समेट लेते हैं जो खुद को ,
ज़रा से फैलाव के बाद ;
डर , कि बह न जाएँ ये मोती
फिर किसी सैलाब के साथ
मोम हो जाती है शम्मा -
रात भर जलने के बाद ;
कि ,हम भी पिघलते रहे
उसकी तन्हाइयों के साथ
फ़ना हो जाते जो ख्वाब
नींद से जगने के बाद ;
वो , रात भर कुछ इस तरह
उलझाने, डसने के बाद
सहमी खड़ी ये आरज़ू हैं
तेरी उसी , बेरुखी के बाद ;
कि , थमी हुयी सी धड़कने
अब तेरे रहगुज़र के साथ
लफ्ज़ बेज़ुबान हैं फिर
उस नीम सी ख़ामोशी के बाद ;
कि , गूँजते सन्नाटे हो जैसे ,
मौत की सरगोशियों के बाद
ज़रा से फैलाव के बाद ;
डर , कि बह न जाएँ ये मोती
फिर किसी सैलाब के साथ
मोम हो जाती है शम्मा -
रात भर जलने के बाद ;
कि ,हम भी पिघलते रहे
उसकी तन्हाइयों के साथ
फ़ना हो जाते जो ख्वाब
नींद से जगने के बाद ;
वो , रात भर कुछ इस तरह
उलझाने, डसने के बाद
सहमी खड़ी ये आरज़ू हैं
तेरी उसी , बेरुखी के बाद ;
कि , थमी हुयी सी धड़कने
अब तेरे रहगुज़र के साथ
लफ्ज़ बेज़ुबान हैं फिर
उस नीम सी ख़ामोशी के बाद ;
कि , गूँजते सन्नाटे हो जैसे ,
मौत की सरगोशियों के बाद
Meanings
फ़ना - destroy
आरज़ू - desires
रहगुज़र
- depart
लफ्ज़ - words
बेज़ुबान - speechless
सरगोशियों - whispering
( silent
activities)