क्यों ज़िन्दगी के मायने
इतने पेचीदे हो गए हैं
कि सुलझाने में उलझनों को
हम और उलझ गए हैं
.
यकीन और भाईचारे
कदमो की धूल चट कर
मौकापरस्तों के आंगन में
ज़मींदोज़ हो गए हैं
.
जर, जोरू , जमीन के किस्से
सरेआम बेपर्दा हो कर
मोहल्ले के चौराहों पर
इश्तेहार बन गए हैं
.
खंजर की नोक पर टिकी है
रिश्तों की नब्ज़-ए -जान
एक चूक हुयी जरा सी
और खून बह रहे हैं
.
एक दूसरे पर फेंकते
इल्ज़ामात के शहतीर
वकीलों की फाइलों में
ज़ज़्बात रो रहे हैं
.
अपनी ही बेटियों को
बाजार में उतारते
दलाल के भेष में वालदेन
बोली लगा रहे हैं
.
ज़िन्दगी के मायने
कितने दहशतगार हो गए हैं
आदम-ए -परिवेश में
अब हैवान रह रहे हैं
.
इतने पेचीदे हो गए हैं
कि सुलझाने में उलझनों को
हम और उलझ गए हैं
.
यकीन और भाईचारे
कदमो की धूल चट कर
मौकापरस्तों के आंगन में
ज़मींदोज़ हो गए हैं
.
जर, जोरू , जमीन के किस्से
सरेआम बेपर्दा हो कर
मोहल्ले के चौराहों पर
इश्तेहार बन गए हैं
.
खंजर की नोक पर टिकी है
रिश्तों की नब्ज़-ए -जान
एक चूक हुयी जरा सी
और खून बह रहे हैं
.
एक दूसरे पर फेंकते
इल्ज़ामात के शहतीर
वकीलों की फाइलों में
ज़ज़्बात रो रहे हैं
.
अपनी ही बेटियों को
बाजार में उतारते
दलाल के भेष में वालदेन
बोली लगा रहे हैं
.
ज़िन्दगी के मायने
कितने दहशतगार हो गए हैं
आदम-ए -परिवेश में
अब हैवान रह रहे हैं
.
Meanings
मायने – sense / meaning
पेचीदे – complicated
ज़मींदोज़ - burried
नब्ज़-ए –जान
– flow of life
इल्ज़ामात -
Blames
शहतीर – poisoned
arrows
ज़ज़्बात – feelings
दहशतगार – fearful
आदम-ए –परिवेश
– disguise of men
हैवान - devil