उंडेलता रहा पानी
भिगोने के लिए ,
मैं सूखा खड़ा ;
मेरे यार के इश्क़ के छींटो ने
पूरा भिगो दिया ........
जलता है खुदा मेरे यार से
खिलाता रहा गुल गुलिस्तां के लिए ,
मैं मुरझाया रहा ;
मेरे यार के होठों की खिलती कलियों ने
मौसम बदल दिया ........
जलता है खुदा मेरे यार से
चलाता रहा लू तपाने के लिए ,
मैं ठंडा पड़ा ;
मेरे यार की साँसों की गर्मी ने
जिस्म पिघला दिया .........
जलता है खुदा मेरे यार से
भिगोने के लिए ,
मैं सूखा खड़ा ;
मेरे यार के इश्क़ के छींटो ने
पूरा भिगो दिया ........
जलता है खुदा मेरे यार से
खिलाता रहा गुल गुलिस्तां के लिए ,
मैं मुरझाया रहा ;
मेरे यार के होठों की खिलती कलियों ने
मौसम बदल दिया ........
जलता है खुदा मेरे यार से
चलाता रहा लू तपाने के लिए ,
मैं ठंडा पड़ा ;
मेरे यार की साँसों की गर्मी ने
जिस्म पिघला दिया .........
जलता है खुदा मेरे यार से
1 comment:
t ha very nice keep it up dear
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