O nature my friend
I look upon thee
every now and then
in times
when I'm not so glee
I look above in the sky
where my spirits meet you high
a small little star smiles at me
and sprinkle some magic
to forget the twinge
O nature my friend
I look upon thee
every now and then
in times
when I am flushed with passion
I am excited to feel
the air carassing me
like the lover's arms
and soothening my senses
to indulge in divine
O nature my friend
I look upon thee
every now and then
in times
when I entwine with pain
and struggle to be free
the birds gather around me
to chirp and spree
I gather all energy
and my soul escapes to fly
एक समुन्दर है दर्द का
बढ़ा चला आता है
डूबेंगे या उतरेंगे
मौजों को पता होगा
तूफ़ान उठाती हुयी
जब आती है लहर
बहा ले जाती है
किनारों का सबर
टूट जाता है सरकती रेत पर
खड़े होने का गुमान
जमे पैरों को फिर से
हिला देती है लहर
ना किनारे अजीज अपने
ना मौजों का सफ़र
तैरते रहने की आजमाईश
हमें हुयी है मुक़र्रर
वो सितारा जो हमारा था
सब से रोशन सब से उज्जवल
हर पल एक नयी दिशा
की ओर अग्रसर
कुछ नया कर दिखाने की ललक
पुलकित, सरल , अविस्मरणीय चमक
सोम्य , मधुर, आत्मीय
चिंतन मुखर, अटल
सबको मन से अपनाकर
सबसे सुख दुःख बाँट कर
चला गया एक नयी यात्रा पर
फिर कहीं कोई नए स्वरुप मैं
जन्म ले फिर आएगा
कुछ अलग करने के लिए
उस पुण्य आत्मा से मिलना
शायद फिर सम्भव हो पायेगा