तुम आये और चले भी गये
पर अपने साथ मुझे भी ले गये
फूलों से खुशबू के जैसे
बादल से पानी के जैसे
होठो से मुस्कान के जैसे
आखो से आंसू के जैसे
दिल से धडकन के जैसे
जिस्म से रूह के जैसे
तुम आये और चले भी गये
पर अपने पदचिन्ह : यही छोड गये
तन पर आंचल के जैसे
मन पर साये के जैसे
सीने मैं तस्वीर के जैसे
होठों मैं फ़रियाद के जैसे
पैरो मै बंधन के जैसे
माथे पर कुमकुम के जैसे
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