Wednesday, September 19, 2018

इंटरनेट की दुनिया


ये रंगमंच की दुनिया है, यह हमारा घर नहीं है.....
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यहाँ हर किरदार एक बेहतरीन कलाकार है
कुछ कच्चे, कुछ अपने फन मैं माहिर हैं
साज-ओ-सज्जा के मुखोटों के भीतर
जाने कितने अजीब - ओ - गरीब चेहरे हैं
क्यूंकि , ये रंगमंच की दुनिया है
यह हमारा घर नहीं है।
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यहाँ की दुनिया बड़ी सलोनी है
कहीं इंद्रधनुषी सपनो का संसार है
तो कहीं जादू की छड़ी से निकले
लुभावने , मखमली एहसास हैं
पर , ये रंगमच की दुनिया है
यह हमारा घर नहीं है।
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यहाँ कृत्रिम माहौल को अनुकूल बना
माया नगरी का फैला मकड़ जाल है
यहाँ ना पहरेदार हैं, ना कुण्डी- ताला है
सौदागरों के भेष में चोरो का बोलबाला है
बाबू , ये रंगमंच की दुनिया है
यह हमारा घर नहीं है।
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किरदारों के बोल, और उनके हाव भाव
लैला - मजनू , सस्सी - पुन्नू के किस्से
यहां चाणकय भी हैं, यहाँ शकुनि भी हैं
और सबका वजूद बस पर्दा गिरने तक है
ध्यान रहे, ये रंगमंच की दुनिया है
यह हमारा घर नहीं है।
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यहाँ का आना, यहाँ से जाना
मनोरंजन तक सीमीत रखना
असल मान कर दरी बिछा कर
यहाँ रच बस के मत रह जाना
ये सिर्फ, रंगमंच की दुनिया है
यह हमारा घर नहीं है।
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